====Manzilen ====
Saturday, 22 October 2011
उजालों के दरिये बहुत हैं...
ज़िन्दगी में दुःख दर्द आते बहोत हैं.
मगर ज़िन्दगी की तमन्ना बहुत है.
हुआ जो अँधेरा है राहों में तेरी
तो आगे उजालों के दरिये बहुत हैं.
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